Monday, 27 February 2012

अज्ञात

अज्ञात

  • आपके पास जितना समय अभी है उससे अधिक समय कभी नहीं होगा। - अज्ञात
  • आपको लोग देखते पहले, और सुनते बाद में हैं। - अज्ञात
  • अगर आप को सफर आसान लगने लगे तो हो सकता है आप उतार में जा रहे हों। - अज्ञात
  • आपकी मनोवृत्ति ही आपकी महानता को निर्धारित करती है। - अज्ञात
  • अपनी खराब आदतों पर जीत हासिल करने के समान जीवन में कोई और आनन्द नहीं होता है। - अज्ञात
  • आप अपने भगवान के सामर्थ्य को अपनी चिंताओं की सूची के आकार को देखकर बता सकते हैं। जितनी लंबी सूची होगी, उतना ही आपके भगवान का सामर्थ्य कम होगा। - अज्ञात
  • अपनी सोच को कैसे बेहतर बनाया जाए, यह सीखने से उत्कृष्ट कुछ नहीं है। - अज्ञात
  • आपकी प्रतिभा भगवान का आपको दिया हुआ उपहार है, आप जो कुछ इसके साथ करते हैं, वह आप भगवान को उपहार स्वरूप लौटाते हैं। - अज्ञात
  • अपने सकारात्मक विचारों को ईमानदारी और बिना थके हुए कार्यों में लगाए और आपको सफलता के लिए प्रयास नहीं करना पड़ेगा, अपितु अपरिमित सफलता आपके कदमों में होंगी। - अज्ञात
  • अपनी वाणी को जितना हो सके निर्मल और पवित्र रखें, क्योंकि संभव है कि कल आपको उन्हें वापस लेना पड़ सकता है। - अज्ञात
  • आपके जीवन का नियंत्रण केन्द्र आपका अपना रवैय्या है। - अज्ञात
  • आपकी कड़ी मेहनत बेकार नहीं जाती है। - अज्ञात
  • आपको कुव्यसनों की कीमत दो बार चुकानी पड़ती है - एक बार जब आप उनके प्रभाव में आते हैं, तथा दूसरी जब वह आपको प्रभावित करती हैं। - अज्ञात
  • आप खेत में बुवाई केवल सोचने भर से नहीं कर सकते हैं. (केवल सोचने से कुछ उपलब्धि प्राप्त नहीं होती है)। - अज्ञात
  • अनुभव की पाठशाला में जो पाठ सीखे जाते हैं, वे पुस्तकों और विश्वविद्यालयों में नहीं मिलते। - अज्ञात
  • अनुभव-प्राप्ति के लिए काफ़ी मूल्य चुकाना पड़ सकता है पर उससे जो शिक्षा मिलती है वह और कहीं नहीं मिलती। - अज्ञात
  • अधिकतर लोग नए साल की प्रतीक्षा केवल इसलिए करते हैं कि पुरानी आदतें नए सिरे से फिर शुरू की जा सकें। - अज्ञात
  • अधिक अनुभव, अधिक सहनशीलता और अधिक अध्ययन यही विद्वत्ता के तीन महास्तंभ हैं। - अज्ञात
  • आत्महत्या, एक अस्थायी समस्या का स्थायी समाधान है। — अज्ञात
  • आंतरिक सौन्‍दर्य का आ‍ह्वान करना कठिन काम है, सौन्‍दर्य की अपनी भाषा होती है, ऐसी भाषा जिसमें न शब्‍द होते हैं न आवाज। - अज्ञात
  • जीवन निर्वाह के लिए कमाने में इतने व्यस्त न हो जाएँ कि जीवन जीना भूल जाएँ। - अज्ञात
  • जब तक अपनी हार को दब्बूपने से स्वीकार नहीं कर लेते, आप हारने के लिए नहीं बने हैं। - अज्ञात
  • जीवन में बुरी आदत पर विजय प्राप्त करने की तुलना में कोई इससे बड़ा आनन्द नहीं हो सकता है। - अज्ञात
  • जिस प्रकार थोड़ी-सी वायु से आग भड़क उठती है, उसी प्रकार थोड़ी-सी मेहनत से किस्मत चमक उठती है। - अज्ञात
  • जिस काम की तुम कल्पना करते हो उसमें जुट जाओ। साहस में प्रतिभा, शक्ति और जादू है। साहस से काम शुरू करो पूरा अवश्य होगा। - अज्ञात
  • जो मनुष्य एक पाठशाला खोलता है वह एक जेलखाना बंद करता है। - अज्ञात
  • जिसने अकेले रह कर अकेलेपन को जीता उसने सबकुछ जीता। - अज्ञात
  • जिस काम की तुम कल्‍पना करते हो, उसमें जुट जाओ, साहस में प्रतिभा, शक्ति और जादू है, साहस से काम शुरू करो पूरा अवश्‍य होगा। - अज्ञात
  • जब भगवान आपकी समस्‍याएं हल करते हैं, तब आपको उन पर विश्‍वास रहता है और जब, भगवान आपकी समस्‍याएं हल नहीं करते तब, उन्‍हें आप पर विश्‍वास रहता है। - अज्ञात
  • जो भारी कोलाहल में संगीत को सुन सकता है, वह महान उपलब्धि को प्राप्‍त करता है। - अज्ञात
  • जाति, धर्म अलग-अलग हो सकते हैं, और इबादत करने के तरीके भी भिन्‍न हो सकते हैं, लेकिन ईश्‍वर एक है। - अज्ञात
  • जोखिम उठाएं: यदि आप जीत जाते हैं, तो आप प्रसन्न होंगे; यदि आप हार जाते हैं, तो आप समझदार बन जाएंगे। - अज्ञात
  • जब दुनिया यह कहती है कि हार मान लो, तो आशा धीरे से कान में कहती है कि एक बार फिर से प्रयास करो। - अज्ञात
  • हथोड़ा कभी कभी अपना निशाना चूक भी जाता है; लेकिन फूलों का गुलदस्ता कभी नहीं। - अज्ञात
  • हँसमुख व्यक्ति वह फुहार है जिसके छींटे सबके मन को ठंडा करते हैं। - अज्ञात
  • हँसते हुए जो समय आप व्यतीत करते हैं, वह ईश्वर के साथ व्यतीत किया समय है। — अज्ञात
  • हे भगवान! मुझे धैर्य दो, और ये काम अभी करो। — अज्ञात
  • हमेशा समग्र प्रयास करें, तब भी जब परिस्थितियां आपके अनुकूल न हों। - अज्ञात
  • ईश्वर बोझ देता है, और कंधे भी। - अज्ञात
  • इस राष्ट्र को ऐसे नेताओं की आवश्यकता है जो जानते हैं कि इस देश की क्या आवश्यकताएँ हैं। - अज्ञात
  • ईर्ष्‍या या घृणा के के विचार मन में प्रवेश होते ही खुशी गायब हो जाती है, प्रेम व शुभ-भावना युक्‍त विचारों से उदासी दूर हो जाती है। - अज्ञात
  • करुणा, एक भाषा जिसे बधिर सुन सकते हैं और नेत्रहीन देख सकते हैं। - अज्ञात
  • कुछ लोग सफलता के सपने देखते हैं, जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं। - अज्ञात
  • किताबें ऐसी शिक्षक हैं जो बिना कष्ट दिए, बिना आलोचना किए और बिना परीक्षा लिए हमें शिक्षा देती हैं। - अज्ञात
  • क्रोध ऐसी आँधी है जो विवेक को नष्ट कर देती है। - अज्ञात
  • किताबें समय के महासागर में जलदीप की तरह रास्ता दिखाती हैं। - अज्ञात
  • कविता का बाना पहन कर सत्य और भी चमक उठता है। - अज्ञात
  • किसी कृतज्ञता को तत्‍काल चुकाने, का प्रयत्‍न करना एक प्रकार की, कृतज्ञता ही है। - अज्ञात
  • क्रोध सदैव मूर्खता से प्रारंभ होता है और पश्चाताप पर समाप्त। — अज्ञात
  • काम करने में ज़्यादा श्रम नहीं लगता, लेकिन यह निर्णय करने में ज़्यादा श्रम करना पड़ता है कि क्या करना चाहिए। - अज्ञात
  • कुछ भी ऐसा न करें जिसे आप एक दिन भूलना चाहें. भगवान आपको माफ कर सकता है, लेकिन आप भूल जाएं, वह ऐसा नहीं कर सकते हैं। - अज्ञात
  • मुस्कुराहट, आपकी ख़ूबसूरती में सुधार करने का एक सस्ता तरीका है। - अज्ञात
  • मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्यकता के समय उसकी मदद करो। - अज्ञात
  • मुस्कान पाने वाला मालामाल हो जाता है पर देने वाला दरिद्र नहीं होता। - अज्ञात
  • मुस्कान थके हुए के लिए विश्राम है, उदास के लिए दिन का प्रकाश है तथा कष्ट के लिए प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार है। - अज्ञात
  • मनुष्य मन की शक्तियों के बादशाह हैं। संसार की समस्त शक्तियाँ उनके सामने नतमस्तक हैं। - अज्ञात
  • महत्‍व इस बात का नहीं है आप अपने बच्‍चों के लिये क्‍या छोड़कर जाते हैं महत्‍व तो इस बात का है कि आप इन्‍हें कैसा बना कर जाते हैं। - अज्ञात
  • मिलने पर मित्र का आदर करो, पीठ पीछे प्रशंसा करो और आवश्‍यकता के समय उसकी मदद करो। - अज्ञात
  • मछली पकड़ने तो हर रोज जाया जा सकता है, लेकिन हर रोज मछली पकड़ में आ जाए ऐसा नहीं होता है। - अज्ञात
  • स्वयं पर मूक विजय से ही वास्तविक महानता का उदय होता है। - अज्ञात
  • स्व प्रेरित होकर कार्य करना किसी बुद्धिमान व्यक्ति का सबसे मजबूत गुण होता है। - अज्ञात
  • साफ़ सुथरे सादे परिधान में ऐसा यौवन होता है जिसमें अधिक उम्र छिप जाती है। - अज्ञात
  • सबसे अधिक ज्ञानी वही है जो अपनी कमियों को समझकर उनका सुधार कर सकता हो। - अज्ञात
  • सौभाग्य वीर से डरता है और कायर को डराता है। - अज्ञात
  • समझौता एक अच्छा छाता भले बन सकता है लेकिन अच्छी छत नहीं।‍‍ - अज्ञात
  • सौ बरस जीने के लिए उन सभी सुखों को छोड़ना होता है जिन सुखों के लिए हम सौ बरस जीना चाहते हैं। - अज्ञात
  • सपना वो नह‍ीं जो नींद में आए, सपने वे हैं जिसे पूरा किए बिना नींद न आए। - अज्ञात
  • सांप के दांत में विष रहता है, मक्‍खी के सर में, बिच्‍छूं की पूंछ में, किन्‍तु दुर्जनों के पूरे शरीर में विष रहता है। - अज्ञात
  • समय और समुद्र की लहरें किसी का इंतज़ार नहीं करतीं। – अज्ञात
  • समय हमेशा कड़ी मेहनत करने वालों का मित्र रहा है। - अज्ञात
  • समय तब तक दुश्मन नहीं बनता जब तक आप इसे व्यर्थ गंवाने का प्रयास नहीं करते हैं। - अज्ञात
  • यदि आप अमीर होने की अनुभूति चाहते हैं तो उन वस्तुओं पर विचार करें जो जिन्हें पैसे से नहीं ख़रीदा जा सकता है। - अज्ञात
  • यदि आप मानसिक शांति के बदले में साम्राज्य भी प्राप्त करते हैं तो भी आप पराजित ही हैं। - अज्ञात
  • यदि आपने अपने जीवन की महानतम सफलता को प्राप्त करने की प्रक्रिया में किसी के दिल को ठेस पहुंचाई हैं तो आपको स्वयं को सर्वाधिक असफल व्यक्ति मानना चाहिए। - अज्ञात
  • यदि आवश्यकता आविष्कार की जननी (माता) है, तो असन्तोष विकास का जनक (पिता) है। — अज्ञात
  • यदि बुद्धिमान हो, तो हँसो। — अज्ञात
  • यदि आपके जीवन में असफलताएं नहीं हैं, तो आप पर्याप्त जोखिम नहीं उठा रहे हैं। - अज्ञात
  • पुरुष से नारी अधिक बुद्धिमती होती है, क्योंकि वह जानती कम है पर समझती अधिक है। - अज्ञात
  • प्रतिध्वनि से किसी मौलिकता की आशा मत करो। - अज्ञात
  • प्रकृति, समय और धैर्य ये तीन हर दर्द की दवा हैं। - अज्ञात
  • प्रसिद्ध होने का यह एक दंड है कि मनुष्य को निरंतर उन्नतिशील बने रहना पड़ता है। - अज्ञात
  • वास्तविक महानता की उत्पत्ति स्वयं पर खामोश विजय से होती है। - अज्ञात
  • विश्वास हृदय की वह कलम है जो स्वर्गीय वस्तुओं को चित्रित करती है। - अज्ञात
  • वे ही विजयी हो सकते हैं जिनमें विश्वास है कि वे विजयी होंगे। - अज्ञात
  • विवेक जीवन का नमक है और कल्पना उसकी मिठास। एक जीवन को सुरक्षित रखता है और दूसरा उसे मधुर बनाता है। - अज्ञात
  • विफलता नहीं, बल्कि दोयम दर्जे का लक्ष्य एक अपराध है। - अज्ञात
  • शरीर के मामले में जो स्‍थान साबुन का है, वही आत्‍मा के सन्‍दर्भ में आंसू का है। - अज्ञात
  • शेष ऋण, शेष अग्नि, तथा शेष रोग पुन: पुन: बढ़ते हैं, अत: इन्‍हें शेष नहीं छोड़ना चाहिये। - अज्ञात
  • शुभारम्भ, आधा खतम। - अज्ञात
  • शारीरिक वीरता एक पाशविक प्रवृत्ति है। मनुष्य की असली वीरता तो मानसिक और नैतिक होती है। - अज्ञात
  • शब्द पत्तियों की तरह हैं जब वे ज़्यादा होते हैं तो अर्थ के फल दिखाई नहीं देते। - अज्ञात
  • डर में जीना आधा जीवित रहने जैसा है। - अज्ञात
  • डूबते को तारना ही अच्छे इंसान का कर्तव्य होता है। - अज्ञात
  • डर से भागने की बजाय अपने सपनों को साकार करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहें। - अज्ञात
  • धमनियों की कठोरता की तुलना में दिलों की कठोरता से लोग जल्दी बूढ़े होते हैं। - अज्ञात
  • धैर्यवान व्‍यक्ति ही समय पर विजय पाता है और असंयमी व्‍यक्ति अपने स्‍वभाव के कारण सब कुछ खो देता है। - अज्ञात
  • दरिद्र व्यक्ति कुछ वस्तुएँ चाहता है, विलासी बहुत-सी और लालची सभी वस्तुएँ चाहता है। - अज्ञात
  • दिमाग जब बडे-बडे विचार सोचने के अनुरूप बडा हो जाता है, तो पुनः अपने मूल आकार में नहीं लौटता। — अज्ञात
  • एकता का किला सबसे सुरक्षित होता है। न वह टूटता है और न उसमें रहने वाला कभी दुखी होता है। - अज्ञात
  • एकता का किला सबसे सुदृढ़ होता है। उसके भीतर रह कर कोई भी प्राणी असुरक्षा अनुभव नहीं करता। - अज्ञात
  • ऐसी अनेक घटनाएं हैं जो हम नहीं चाहते कि हों, लेकिन वे घटित होती हैं, ऐसी चीजें हैँ जो हम नहीं जानना चाहते, लेकिन वह सीखनी पड़ती हैं, तथा ऐसे लोग होते हैं जिनके बिना हम जिन्दा नहीं रहना चाहते, लेकिन वह हम से बिछुड़ जाते हैं. यह प्रकृति का स्वभाव है। - अज्ञात
  • ख़ाली बैठना दुनिया में सबसे थकाने वाला काम है क्योंकि सर्वस्व त्याग देना और आराम करना असंभव है। - अज्ञात
  • खुशी केवल उन्हीं लोगों को प्राप्त होती है जो दूसरों को खुश करने में प्रयासरत रहते हैं। - अज्ञात
  • भाग्य के भरोसे बैठे रहने पर भाग्य सोया रहता है पर हिम्मत बाँध कर खड़े होने पर भाग्य भी उठ खड़ा होता है। - अज्ञात
  • भगवान में विश्वास न रखने वाले व्यक्ति के लिए, मृत्यु एक अंत हैं; लेकिन विश्वास करने वाले के लिए यह शुरुआत है। - अज्ञात
  • निरंहकारिता से सेवा की कीमत बढ़ती है और अहंकार से घटती है। - अज्ञात
  • निडरता से डर को भी डर लगता है। - अज्ञात
  • बिना ग्रंथ के ईश्वर मौन है, न्याय निद्रित है, विज्ञान स्तब्ध है और सभी वस्तुएँ पूर्ण अंधकार में हैं। - अज्ञात
  • चींटी से परिश्रम करना सीखें। — अज्ञात
  • फल के आने से वृक्ष झुक जाते हैं, वर्षा के समय बादल झुक जाते हैं, सम्‍पत्ति रहकर भी सज्‍जन झुक जाते हैं, परोपकारी का यही स्‍वभाव होता है। - अज्ञात
  • उड़ने की अपेक्षा जब हम झुकते हैं तब विवेक के अधिक निकट होते हैं। - अज्ञात
  • रुकावटें वे भयावह वस्तुएं हैं जो आप उस समय देखते हैं जब आप अपने लक्ष्य से ध्यान हटा लेते हैं। - अज्ञात

3 comments:

  1. http://www.arosol.in/
    Bhut sundar vichar hai.




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  2. http://www.arosol.in/


    Mann ko shant krne wale, ati uttam vichar. very nice.

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  3. http://www.arosol.in/

    Bahut badiya.

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