Monday 27 February 2012

माघ के अनमोल वचन

माघ

  • मनस्वी पुरुष पर्वत के समान ऊँचे और समुद्र के समान गंभीर होते हैं। उनका पार पाना कठिन है। - माघ
  • कुशल पुरुष की वाणी प्रतिकूल बोलनेवाले प्रबुद्ध वक्ताओं को मूक बना देती है और पक्ष में बोलने वाले मंदमति को निपुण। - माघ
  • जहाँ प्रकाश रहता है वहाँ अंधकार कभी नहीं रह सकता। - माघ्र

1 comment:

  1. ap ne bohat acha blog likha hai.
    maine ap ke blog se kush post copy kar ke
    kuchkhaskhabar.blogspot.com par poast keya hai..

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